"इससे ज्यादा दुश्मनी की इन्तहा क्या होगी ग़ालिब
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संडास के लोटे में कोई पिसी मिर्च डाल गया"
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संडास के लोटे में कोई पिसी मिर्च डाल गया"
हसीनों से मिलें नज़रें अट्रैक्शन हो भी सकता है, चढ़े फीवर मोहब्बत का तो एक्शन हो भी सकता है, हसीनों को मुसीबत तुम समझ कर दूर ही रहना, ये अं...