1 . कैसे कुत्ते की तरह देख रहा है |
2. कुत्ता देख भी नहीं रहा है |
अब कुत्ता क्या करे।।।
2. कुत्ता देख भी नहीं रहा है |
अब कुत्ता क्या करे।।।
हसीनों से मिलें नज़रें अट्रैक्शन हो भी सकता है, चढ़े फीवर मोहब्बत का तो एक्शन हो भी सकता है, हसीनों को मुसीबत तुम समझ कर दूर ही रहना, ये अं...